Periodic Table PDF Download In Hindi

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यह आर्टिकल Periodic Table पर है जोकि आपको Science से संबंधित जानकारी प्रदान करेगा , इस आर्टिकल(Periodic Table PDF Download In Hindi And Periodic Table ) में आपको Periodic Table की सम्पूर्ण जानकारी दी गयी है जिसे पढ़कर आप Periodic Table से संबंधित किसी भी प्रश्न को हल कर सकते है। तथा साथ में Periodic Table की PDF भी आपको आगे आर्टिकल में दी गयी है। कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नो को भी आर्टिकल में शामिल किया गया है।

Periodic Table पर Science से संबंधित Exams जैसे JEE , ITI , NEET में प्रश्न पूछे जाते है , General science और SSC में Basic Science के प्रश्नो को आप periodic Table की सहायता से हल कर सकते है , Chemistry और Board Exams और Elements पर भी आप Periodic Table से प्रश्न हल कर पाएंगे।

What Is Periodic Table ? , How Many Elements In Periodic Table , History Of Periodic Table , आवर्त सारणी में कितने तत्व है , आवर्त सारणी क्या होती है, आवर्तसारणी की सम्पूर्ण जानकारी आदि सभी आपके विचारो को आर्टिकल में हल करने का प्रयत्न किया गया है। byjusnotes.com पर आपका स्वागत है। आइये आर्टिकल को अंत तक देखे।

आवर्त सारणी का विकास -( Formation Of Periodic Table ) 

आवर्त सारणी रासायनिक तत्वों की एक सारणीबद्ध व्यवस्था है, आवर्त सारणी समय समय पर कई वैज्ञानिको के द्वारा किये गए प्रयासों का परिणाम है , जो उनके परमाणु क्रमांक, इलेक्ट्रॉन विन्यास और रासायनिक गुणों द्वारा क्रमबद्ध है। समान गुणों वाली तालिका में तत्वों को व्यवस्थित करने का विचार 19वीं शताब्दी की शुरुआत का है। आगे आर्टिकल में यहाँ आवर्त सारणी का सम्पूर्ण इतिहास ( आवर्त सारणी के विभिन्न रूप ) बताने का प्रयत्न किया गया है।

जॉन डाल्टन का परमाणु सिद्धांत (1803) – 

वैज्ञानिक डाल्टन ने पहला परमाणु सिद्धांत प्रस्तावित किया जिसमें कहा गया था कि तत्व परमाणुओं से बने होते हैं, और यह कि प्रत्येक तत्व के परमाणु आकार, द्रव्यमान और रासायनिक गुणों में समान होते हैं।

जोहान डॉबेराइनर का त्रिक नियम (1829) –

डोबेराइनर ने देखा कि तीन तत्वों के कुछ समूहों में समान रासायनिक गुण थे, और उन्होंने उन्हें त्रिक में व्यवस्थित किया। तथा इसे त्रिक नियम से जाना जाने लगा ।

जॉन न्यूलैंड्स का अष्टक नियम (1865) –

न्यूलैंड्स ने तत्वों को बढ़ते परमाणु भार के क्रम में व्यवस्थित किया और देखा कि प्रत्येक आठवें तत्व में समान गुण थे। यह नियम अष्टक सिद्धांत के नाम से जाना जाता है ।

दिमित्री मेंडेलीव की आवर्त सारणी (1869)- 

मेंडेलीव को आवर्त सारणी का जनक माना जाता है, क्योकि इन्ही ने आवर्त सरणी का एक सटीक ढांचा दिया, उन्होंने तत्वों को बढ़ते परमाणु भार के क्रम में व्यवस्थित किया और पाया कि तत्वों के रासायनिक गुण समय-समय पर दोहराए जाते हैं।

हेनरी मोसले की परमाणु संख्या की खोज (1913)-

मोसले ने पाया कि तत्वों को उनके परमाणु भार के बजाय उनके परमाणु क्रमांक द्वारा अधिक सटीक रूप से व्यवस्थित किया जा सकता है। यह सारणी काफी प्रसिद्ध हुई । NCERT की बुक में इसी सारणी का उल्लेख किया जाता है ।

ग्लेन सीबॉर्ग की ट्रांसयूरानिक तत्वों की खोज (1940-1950)-

सीबॉर्ग ने यूरेनियम से परे सिंथेटिक तत्वों की एक श्रृंखला की खोज की, जिन्हें आवर्त सारणी में शामिल किया तथा आधुनिक आवर्त सारणी को सुधारने में प्रयत्न किया।

ऐसे ही कई महान वैज्ञानिको के प्रयासों से आधुनिक आवर्त सारणी का निर्माण हो पाया जिसकी सहायता से हमे तत्वों और उनके मध्य और उनमे होने वाली रासायनिक क्रियाओ का पता चल पाया और विज्ञानं में नई तकनीकों के विकास में मदद मिली ।

आधुनिक आवर्त सारणी (Periodic Table)की सम्पूर्ण जानकारी – 

आधुनिक आवर्त सारणी को परमाणु संख्या में वृद्धि के क्रम में व्यवस्थित किया जाता है, जिसमें तत्वों को उनके इलेक्ट्रॉन विन्यास और रासायनिक गुणों द्वारा एक साथ समूहीकृत किया जाता है। इसमें सिंथेटिक तत्वों सहित 118 ज्ञात तत्व शामिल हैं।आधुनिक आवर्त सारणी में 118 तत्व हैं, जो उनके परमाणु क्रमांक और इलेक्ट्रॉन विन्यास के आधार पर पंक्तियों और स्तंभों में व्यवस्थित हैं।

आवर्त सारणी की पंक्तियों को आवर्त कहा जाता है, और स्तंभों को समूह या परिवार कहा जाता है। आधुनिक आवर्त सारणी में 7 आवर्त और 18 समूह हैं।एक ही समूह के तत्वों के रासायनिक गुण समान होते हैं, क्योंकि उनमें वैलेंस इलेक्ट्रॉनों की संख्या समान होती है। उदाहरण के लिए, सभी क्षार धातुओं (समूह 1) में एक वैलेंस इलेक्ट्रॉन होता है और अत्यधिक प्रतिक्रियाशील होते हैं।समान आवर्त में तत्वों के इलेक्ट्रॉन कोशों की संख्या समान होती है, लेकिन उनके बाह्यतम कोश (संयोजी कोश) में इलेक्ट्रानों की संख्या में अंतर होता है।

आवर्त सारणी को चार मुख्य श्रेणियों में विभाजित किया गया है – धातु, अधातु, उपधातु और नोबल गैस।

तत्व – कुल तत्वों की संख्या 118

धातु – कुल तत्वों की संख्या 118 तत्वों में 91 धातु है,आवर्त सारणी में धातुएँ हाइड्रोजन के अपवाद के साथ 1-12, 14 और 15 समूहों में स्थित हैं, जो एक अधातु है,धातुओं के गुणों में उच्च विद्युत और तापीय चालकता, आघातवर्धनीयता, लचीलापन और चमकदार उपस्थिति शामिल हैं।

अधातु – कुल आवर्त सारणी में 17 तत्व अधातु के रूप में शामिल है। विधुत धारा के कुचालक होते है।

उपधातु– जो न धातु है और न अधातु , इनकी आवर्त सारणी में संख्या 6 है।

आवर्त – आवर्त सारणी की पंक्तियों को आवर्त कहते हैं। आवर्त सारणी में सात आवर्त हैं, जिनमें तत्वों को बढ़ते हुए परमाणु क्रमांक के क्रम में व्यवस्थित किया गया है।

समूह-  आवर्त सारणी के स्तंभों को समूह कहा जाता है। जिनकी संख्या 18 है  एक ही समूह के तत्वों में समान गुण और वैलेंस इलेक्ट्रॉन विन्यास होते हैं।

संक्रमण धातुएँ-  ये आवर्त सारणी के समूह 3 से 12 के तत्व हैं। उन्हें उनके चर ऑक्सीकरण राज्यों और जटिल यौगिक बनाने की क्षमता की विशेषता है।

क्षार धातुएँ-  ये आवर्त सारणी के समूह 1 के तत्व हैं। वे अत्यधिक प्रतिक्रियाशील होते हैं और आसानी से आयन बनाने के लिए अपने वैलेंस इलेक्ट्रॉनों को खो देते हैं।

हैलोजन– ये आवर्त सारणी के समूह 17 के तत्व हैं। वे अत्यधिक प्रतिक्रियाशील अधातु हैं जो धातुओं के साथ आसानी से यौगिक बनाते हैं।

नोबल गैसें-  ये आवर्त सारणी के समूह 18 के तत्व हैं। वे रासायनिक रूप से निष्क्रिय हैं और उनके पास इलेक्ट्रॉनों का एक पूर्ण बाहरी आवरण है।नोबल गैसें (समूह 18) रासायनिक रूप से अक्रिय हैं और शायद ही कभी अन्य तत्वों के साथ प्रतिक्रिया करती हैं। उनके पास पूर्ण वैलेंस शेल है और इसलिए वे बहुत स्थिर हैं।

परमाणु संख्या – यह परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन की संख्या है। यह तत्व के रासायनिक गुणों और आवर्त सारणी में इसकी स्थिति को निर्धारित करता है।

वैलेंस इलेक्ट्रॉन- ये एक परमाणु के सबसे बाहरी खोल में मौजूद इलेक्ट्रॉन होते हैं। वे तत्व की रासायनिक प्रतिक्रिया के लिए जिम्मेदार हैं।

आधुनिक आवर्त सारणी की उपलब्धियाँ और विकास – 

1869 में दमित्री मेंडेलीव द्वारा अपनी पहली रचना के बाद से आधुनिक आवर्त सारणी में कई संशोधन हुए हैं। आज, आवर्त सारणी परमाणुओं के इलेक्ट्रॉन विन्यास सहित परमाणु संरचना की आधुनिक समझ के आधार पर आयोजित की जाती है।

आधुनिक आवर्त सारणी तत्वों के गुणों और व्यवहार को समझने के लिए एक ढांचा प्रदान करती है, और यह रसायनज्ञों, भौतिकविदों और परमाणु स्तर पर पदार्थ के साथ काम करने वाले अन्य वैज्ञानिकों के लिए एक आवश्यक उपकरण है।

आवर्त सारणी ने रसायन विज्ञान के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, वैज्ञानिकों को तत्वों के गुणों और व्यवहार को समझने में मदद करने के साथ-साथ अनदेखे तत्वों के गुणों की भविष्यवाणी करने में मदद की है।

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118 Elements Name List PDF In Hindi –  Download PDF

आर्टिकल में हमने Periodic Table के बारे में विस्तार से बताने की कोशिश की आशा करते है की आपको आर्टिकल पसंद आया होगा यदि आर्टिकल में आपको कोई जानकारी अधूरी लगती है तो आप दिए गए PDF की सहायता से अपनी जानकारी को पूरा कर सकते है। उम्मीद करते है की आपको यह आर्टिकल कई परीक्षाओ में सफल बनाएगा, यदि इस आर्टिकल में हमारे द्वारा कोई त्रुटि रह गयी हो या कोई जानकारी हम न दे पाए हो तो आप हमे कमेंट के माधयम से बता सकते है। Periodic Table पर आप अपने सुझाव भी हमसे शेयर कर सकते है । धन्यवाद !

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