पढाई के दौरान आलस और नींद से बचने के सबसे कारगर उपाय | (How to avoid laziness During Exam Study)

How to avoid laziness During Exam Study

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नमस्कार मित्रों, आज के इस ब्लॉग में हम विद्यार्थियों को पढ़ाई के दौरान नींद या आलस से बचने के विभिन्न उपायों (How to avoid laziness During Exam Study, Best way to study in exams, how to study like toppers ) के बारे में बात करने वाले हैं। इसके साथ ही हम आपको बताएंगे किस प्रकार की चीजें खाने में इस्तेमाल करनी चाहिए जिससे आपको आलस और नींद जैसी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़े।

Study Tips –

1. सोंने और जागने का सही समय तय करें –

बहुत सारे विद्यार्थी ऐसे होते हैं जो परीक्षा के दौरान देर रात्रि तक पढ़ाई करते हैं और लेट सोते हैं। हमारे इस आदत की वजह से हमें सुबह जागने में बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसी के साथ थके हुए दिमाग के साथ जब हम पढ़ाई करते हैं तो हमें नींद भी परेशान करती है। अगर आपके साथ भी ऐसी समस्याएं आती हैं तो आपको छोटे-छोटे स्टेप उठाने होते हैं। जैसे ही आप को पढ़ाई के दौरान सुस्ती आए और नींद आए तो आपको तुरंत बाथरूम में जा कर के अपने चेहरे पर पानी के छींटे मारने हैं। इससे आपकी सुस्ती वे उन्हीं दापन दूर होगा और आपका दिमाग एक नए सिरे से चीजों को याद रखने के लिए तैयार हो जाएगा। आप इस तकनीक का उपयोग प्रत्येक घंटे में कर सकते हैं या फिर जब भी आपको नींद आया आप कर सकते हैं।

2. पढने के लिए सुबह का समय इस्तेमाल करें –

ऐसा माना जाता है कि जिन विद्यार्थियों को परीक्षा के दौरान पढ़ना होता है,उनके लिए सुबह का टाइम सबसे अच्छा होता है। यह भी कहा जाता है कि जिन चीजों को हम सुबह फ्रेश दिमाग से याद करते हैं उन चीजों को हम आसानी से भूलते नहीं हैं। अगर आप काफी देर से पढ़ रहे हैं और आपको नींद आने लगती है तो उस दौरान आपको उन विषयों को चुनना चाहिए जिनको आप आसानी से समझ सकते हैं उनके अंदर आपका इंटरेस्ट है और उनको आसानी से याद कर सकते हैं।
ऐसा करते टाइम आपको याद करने के लिए ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी होगी और बोरियत ना होने की वजह से आप ज्यादा देर तक बैठ कर पढ़ पाएंगे।

3. देर रात तक जागने से बचें –

विद्यार्थियों के लिए जागने से लेकर और वापस सोने तक का जो रूटीन होता है वह उनकी पढ़ाई में एक हद तक प्रभाव डालता है। जो विद्यार्थी रात्रि में समय पर सोते हैं और सुबह जल्दी जाते हैं उनके अंदर शारीरिक तंदुरुस्ती तो होती है साथ में उनकी दिमागी शक्ति में भी बढ़ावा होता है।
आपने एक बात को हमेशा नोटिस किया होगा कि जब हम रात्रि में लेट तक जागते हैं तो उस नींद की पूर्ति हम पूरे दिन में सो कर भी नहीं कर सकते हैं ,और दिन में सोने के बावजूद भी हमें थकान और आलस आता रहता है।
अगर आप रात में 6 से 7 घंटे की पूरी नींद लेते हैं तो नींद पूरी होने के बाद आपको आलस और पढ़ते टाइम नींद आए इसका कोई मतलब ही नहीं बनता है।

4. बोलकर और लिखकर पढने की तकनीक का इस्तेमाल करें –

जिन लोगों को पढ़ाई के दौरान शुरुआत में नींद का सामना करना पड़ता है और लोगों के लिए यह तकनीक अच्छी तरह से काम करती है। आप पढ़ाई के दौरान अगर किसी भी विषय को बोलकर पढ़ते हैं जैसे कि अध्यापक कक्षा में पढ़ाता है तो इससे आपको आलस नहीं आता है। जब आप बोल बोल कर के किसी टॉपिक को याद करते हैं तो इससे आपका दिमाग सतर्क बना रहता है और साथ में आपका फोकस भी उस चीज से हटता नहीं है जिस वजह से नींद आने की गुंजाइश बहुत कम हो जाती है। इस तकनीक का अपना एक अलग फायदा यह भी है इसमें हम खुद को ही एक्सप्लेन करके चीजें पढ़ते हैं जिससे हम आसानी से याद रख पाते हैं। इसके साथ-साथ आप चीजों को लिखकर भी याद करें क्योंकि इससे भी आपकी सतर्कता बनी रहती है और परीक्षा के दौरान भूलने की समस्या भी खत्म हो जाती है।

6. जागते ही पढना शुरू नही करें –

जब आप सुबह जल्दी जाकर के पढ़ने का रूटीन बनाते हैं तो एक बात का हमेशा ध्यान रखें कि आप तुरंत जागने के बाद पढ़ाई करने ना बैठे इससे आपको नींद आने की समस्या हो सकती है। आप जागने के बाद अपने दैनिक कार्य करें फिर आप कम से कम 200 से 500 मीटर थोड़ी देर टहल लें इससे हमारे शरीर में रक्त का संचार सही से हो जाता है । इसी के साथ सुबह आपको ताजी हवा मिलती है जिससे आपके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा काफी अच्छी हो जाती है।
जब आप सुबह जाते हैं तो आपको पानी जरूर पीना चाहिए। पढ़ाई के दौरान भी आपको समय समय पर पानी पीते रहना चाहिए। जब आप पढ़ाई के दौरान बार-बार पानी पीते हैं तो इससे आपको सेहत में तो फायदा मिलता ही है साथ में ज्यादा पानी पीने से आपको बार-बार सीट से उठकर टोयलेट के लिए जाना पड़ेगा जिससे आपके शरीर में आलस नहीं आएगा और आप लोग सक्रिय बने रहेंगे।

7. पर्याप्त रौशनी में और सही जगह बैठकर पढ़ें –

दोस्तों अब हम बात करते हैं कि हम को किस तरह बैठ करके पढ़ाई करनी चाहिए और घर में किस जगह पढ़ाई करनी चाहिए। बहुत सारे विद्यार्थी ऐसे होते हैं जो सुबह जागने के बाद एक छोटा सा स्टडी लैंप जलाकर पढ़ाई करने की कोशिश करते हैं । इससे होता यह है कि कमरे के बाकी हिस्से में लगभग अंधेरा रहता है और ऐसे शांत माहौल में और कम रोशनी की वजह से नींद आना एक स्वाभाविक आदत होती है। आपको जिस कमरे में पढ़ाई करनी है उसमें रोशनी की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए। रोशनी इतनी ज्यादा भी नहीं होनी चाहिए कि आंखों को दिक्कत करें और इतनी कम भी नहीं कि आपको नींद आने लगे।
आपने एक बात और नोटिस की होगी अधिकतर विद्यार्थी सुबह जागने के बाद अपने बेड पर ही पढ़ाई करना शुरू कर देते हैं। आप धीरे-धीरे लेट कर पढ़ने की कोशिश करते हैं और फिर आपको नींद आने लगती है और आपको पता भी नहीं होता आप कब सो गए पूर्णविराम इसलिए आपको कभी भी बेड पर बैठकर नहीं पढ़ना है। आपको हमेशा किसी कुर्सि या टेबल पर पीठ को सीधी रखकर ही पढ़ना है। आपको कभी भी किताब को गोद में या फिर किसी ऐसी जगह पर नहीं रखना है जिससे आपको जरूरत से ज्यादा गर्दन झुका करके पढ़ना पड़े। अगर आप कुर्सी पर बैठकर पढ़ते हैं तब भी आपको लगभग 40 से 50 मिनट के अंतराल में थोड़ा सा टहल लेना चाहिए। इससे आपके शरीर के अंदर सत्यता बनी रहती है और आपको आलस नहीं आता है।

8. खाने का विशेष ध्यान रखें –

परीक्षा के दौरान पढ़ने वाले विद्यार्थियों को कभी भी जरूरत से ज्यादा खाना नहीं खाना चाहिए। जब आप रात में पढ़ने वाले हो तो शाम का भोजन आपका बिल्कुल हल्का होना चाहिए जिससे आपको नींद ना आ पाए। आपका सुबह का ब्रेकफास्ट पोषक तत्वों से भरपूर होना चाहिए जिससे पढ़ाई करते वक्त आपको ऊर्जा की कमी महसूस ना हो।
जब विद्यार्थी पढ़ाई करते हैं तो उनके शरीर को अतिरिक्त कैलोरी की जरूरत भी होती है और आपको वैसे भी अधिकांश समय बैठे रहना होता है। विद्यार्थियों के इस दिनचर्या के कारण आपका वजन बढ़ सकता है जिससे आपके स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ता है और आपको आलस भी आने की समस्या हो सकती है। इसलिए आपको परीक्षा के दौरान पढ़ाई के समय ऐसे खानपान को इस्तेमाल करना चाहिए जिससे आपके शरीर को ऊर्जा तो मिले लेकिन अतिरिक्त वजन ना बढे । आपको कभी भी संपूर्ण भोजन एक साथ नहीं करना चाहिए। अगर आप घर में रहकर पढ़ाई नहीं कर रहे हैं तो आपके पास अन्य विकल्प भी होते हैं जैसे कि आप टमाटर या गाजर का सूप कमाल कर सकते हैं गुड़िया मूंगफली भी खा सकते हैं या फिर खीरे का इस्तेमाल भी पढ़ाई के दौरान कर सकते हैं। इससे आपको बीच-बीच में भूख भी नहीं लगेगी और शरीर को पर्याप्त मात्रा में पोषण भी मिलता रहेगा।

हमारे इस ब्लॉग को पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। हमें उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा दी गई टिप्स जरूर पसंद आई होंगी।

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