जीवन में हुए हादसों और गलतियों के बोझ से छुटकारा कैसे पायें ? Get Rid From The Guilt Of Mistakes
Get Rid From The Guilt Of Mistakes
नमस्कार दोस्तों,
Get Rid From The Guilt Of Mistakes:- मित्रों जीवन में कई बार ऐसी घटनाएं हो जाती हैं जो हम को आने वाले समय में भी तंग करती रहती है। जीवन में आपके साथ कुछ बुरा होता है जैसे कि आप का एक्सीडेंट हो जाता है ,आपका कोई अपना भी छोड़ जाता है , बड़े स्तर पर आर्थिक हानि हो जाती है तथा ऐसी ही अन्य चीजें आपको लंबे समय तक परेशान करती रहती है। इन चीजों से ऊपर उठकर जीवन में आगे किस तरह बढ़ना है यही चीज इस ब्लॉग में आपको बताने की कोशिश करूंगा।
1. अपने आप को कोसना बंद करो –
मित्रों सबसे पहले आपको जीवन में होने वाली प्रत्येक घटना का जिम्मेदार स्वयं को मानने की गलती नहीं करनी चाहिए। कई बार आपकी मानसिकता बन जाती है कि इस संसार में जो भी गलत हो रहा है उसकी वजह मैं हूं। आपको एक बात पूरी तरह से समझ लेनी चाहिए कि जीवन में, प्रत्येक इंसान अनेकों प्रकार की गलतियां करता है और कई बार तो संगीन गुनाह भी कर देता है। एक बार जब आप गलती कर देते हैं तो आपको संपूर्ण जीवन में स्वयं को नहीं कोसना चाहिए। आपके जीवन का मूल्य आपकी गलतियों से कहीं ज्यादा होता है, और आपके पास हमेशा ही अपनी गलतियों को सुधारने का मौका होता है। जिस तरह आप अपने दोस्तों, परिवार वालों और अन्य लोगों को अक्सर गलतियों के लिए माफ कर देते हैं ठीक उसी प्रकार अपने आप को माफ करने की आदत विकसित करनी होगी। अपनी खूबसूरत जिंदगी को किसी एक गलती पर केंद्रित कर देना और उसे अपने जीवन का हिस्सा बना लेना अपने आप में बहुत बड़ी मूर्खता होती है।
2. पछतावे में कीमती समय नष्ट करना बंद करो –
मित्रों जवाब कोई गलती करते हैं तो उसमें आपका कीमती वक्त बर्बाद होता है, आपकी ऊर्जा की हानि होती है। अगर आप लंबे समय तक उसी गलती को अपने दिमाग में लेकर चलते हैं तो आने वाले वक्त में भी आपकी उतनी ही ऊर्जा और वक्त बर्बाद होता रहेगा। आप की बची हुई ऊर्जा और वक्त का इस्तेमाल अपनी गलती को सुधारने में और अपने आप को बेहतर बनाने में करना चाहिए। मैं आपको यह बिल्कुल नहीं कह रहा कि आपको अपनी गलती का पश्चाताप नहीं करना है बल्कि मैं यह कह रहा हूं कि एक वक्त के बाद आपको ऐसी कार्य योजना बनानी चाहिए, जिससे आप अपनी गलतियों को सुधार सके और जीवन में बची हुई संभावनाओं को सफलता के पंख प्रदान कर सकें।
आपको अपने जीवन में से उन सभी चीजों को हटाने का प्रयास करना चाहिए, जो आपके द्वारा की गई गलतियों को याद दिलाते हो,बल्कि उन चीजों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जो जीवन को एक नया आयाम प्रदान करें। अगर आप भविष्य पर भी ध्यान केंद्रित नहीं कर सकते तो कम से कम आप जिस पल में अभी जी रहे हो उन क्षणों में अपने आप को महसूस करना सीखो। आपका जो बेकार क्षण था वह कब का बीत चुका है,और आप जिस क्षण में अभी जी रहे हो उसमें बहुत ज्यादा शांति है,बस आपको अपने अंदर वह नजरिया पैदा करना है जो शांति को महसूस कर सकें। आपको अपनी चेतना को वर्तमान में जीने की आदत डालनी चाहिए,क्योंकि जो दुख आपको भोगना था वह आप भोग चुके हैं।
3. एक मजबूत और बड़ा लक्ष्य निर्धारित करें –
आपके जीवन में जो भी गलती आपने की है या फिर आपके साथ जो भी बुरा हादसा हुआ है,उस सब को भूलने में आपका लक्ष्य आपकी बहुत मदद करता है। आपके जीवन में जितना बड़ा हादसा हुआ है आपको उतना ही बड़ा लक्ष्य निर्धारित करना है और अपना सारा ध्यान उस लक्ष्य पर केंद्रित करने की कोशिश करनी है। आपने बहुत बार सुना होगा कि खाली दिमाग शैतान का घर होता है तो यह बात बिल्कुल सत्य है,क्योंकि जब हमारे पास करने के लिए कुछ नहीं होता तो हमारा दिमाग घटित घटनाओं को Multiply करने लगता है। हो सकता है अब तक आपके पास कोई बड़ा Vision नहीं था परंतु इस हादसे से उबरने के लिए आप एक बड़ा Vision Set कर सकते हैं। आप अभी से अपने आने वाली जीवन का स्तर निर्धारित कर सकते हैं और उस स्तर तक पहुंचने के लिए उठाए जाने वाले कदमों को भी निर्धारित करें। आपको जीवन में से उन सभी कारणों को हटाने का प्रयास करना है किन कारणों की वजह से आपके साथ कोई हादसा हुआ था अथवा आपने कोई बड़ी गलती की थी। अपने जीवन ऊर्जा को बनाए गए लक्ष्य पर केंद्रित करने का प्रयास करना बेहद आवश्यक होता है।
4. पछतावे की बजाय गलतियों को स्वीकार करो और आगे बढ़ो –
जब तक आप अपने साथ हुए हादसे या फिर अपने आप द्वारा की गई गलतियों को स्वीकार नहीं करते आपके दिमाग में वह सारी चीजें एक बोझ की तरह पूरे जीवन भर महसूस होते रहेंगी। अगर आपको अपनी गलतियों पर वाकई पछतावा है तो आप उनको स्वीकार करें और किसी कागज पर लिखकर उन्हें जला दें। आपको अपने आप से बोलना ही होगा कि मुझसे गलती हुई है और मैं इसको स्वीकार करता हूं साथ ही भविष्य में ऐसा कुछ घटित ना हो, उसके लिए पूरे इमानदारी से अपना जीवन जिऊंगा और लोगों की मदद करूंगा। जब तक आप गलतियों को स्वीकार करने की बजाय नकारते रहोगे आप अपने दिल का बोझ कभी भी हल्का नहीं कर पाओगे।
आपको पता है कि वक्त हर एक मर्ज की दवाई मानी जाती है और आप उसी दवाई को किसी गलती का पश्चाताप करने में बर्बाद कर रहे होते हो। आपको अपनी प्राण शक्ति का उपयोग जरूरत से ज्यादा पश्चाताप करने की बजाय, बचे हुए जीवन मैं अपनी गलतियां सुधारने और आगे बढ़ने में करना चाहिए।
आपको अपने बचे हुए जीवन और वक्त की इज्जत करना सीखना ही होगा। अगर आपने अपने आपकी इज्जत नहीं की तो आप पूरे जीवन भर पश्चाताप की आग में जलते रहेंगे और पूरा जीवन व्यर्थ हो जाएगा।
दोस्तों अपने द्वारा की गई गलती और आपके साथ हुए हादसे से उबरने के लिए आपको हीन भावना से आजादी लेनी होगी । आप को सकारात्मक लोगों में रहने की कोशिश करनी चाहिए और नई नई चीजों को सीखने में ध्यान देना चाहिए। उन लोगों के बारे में पढ़ना चाहिए जिन लोगों ने इस प्रकार के गलतियों से ऊपर उठकर जीवन में बड़ी सफलताएं हासिल की है और लोगों में अपनी एक नई पहचान बनाई है। लोग आपके द्वारा की गई गलतियों को बार-बार याद दिलाने की कोशिश करेंगे परंतु आपको लोगों को संतुष्ट करने की आवश्यकता नहीं है बल्कि स्वयं को सम्मान देते हुए आगे बढ़ने की आवश्यकता है।