नमस्कार दोस्तों, आपने अक्सर लोगों को यह सवाल करते हुए देखा होगा कि अपने आप पर विपरीत परिस्थितियों और आकर्षक चीजों के प्रति संयम में कैसे रखा जाए। मित्रों SELF CONTROL आत्मअनुशासन का ही एक बहुत बड़ा भाग है। चाहे वह विपरीत परिस्थितियां हो या फिर कोई ऐसा संयोग जिसमें हमें स्वयं पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता होती है, परंतु हम अपने आप पर नियंत्रण नहीं रख पाते हैं और अपने लिए उन परिस्थितियों को और अधिक बिगाड़ लेते हैं। आज के इस ब्लॉग में मैं आपको समझा लूंगा कि हमें आत्म संयम की आवश्यकता क्यों होती है और यह जीवन में कितना आवश्यक है।
1. Lack Of Self Control –
सबसे पहले मैं आपको बताना चाहूंगा कि आखिर Self Control की आवश्यकता क्यों होती है ?
आइए एक उदाहरण देखते हैं-
मान लीजिए आपके सामने कोई ऐसा काम आ जाता है जो आपको करना ही करना है अर्थात हो सकता है आपको कुछ खाना हो जो आपने देख लिया हो, या फिर आपको कुछ खरीदना हो जो आपको अचानक से पसंद आ गया हो। आपका मन किसी भी चीज को पाने के लिए विचलित हो रहा है और आप अपने आप से नियंत्रण खो देते हैं और उस चीज को पाने के लालच में उलझ जाते हैं। ऐसे वक्त में आप अपना नियंत्रण अपने आप पर से खो देते हैं। किसी ने आपको कुछ ऐसा कह दिया जो आप से बर्दाश्त नहीं हुआ और आपने क्रोध के वशीभूत आकर उस इंसान के साथ कुछ ऐसा कर दिया जिससे उसकी मृत्यु हो गई। इस प्रकार की सभी घटनाएं तभी होती है जब हमारा स्वयं पर नियंत्रण नहीं होता है। खुद की भावनाओं व इच्छा पर नियंत्रण ना होने की वजह से लोग अलग-अलग तरह के अपराध कर बैठते हैं।
2. Need Of Self Control-
प्रिय मित्रों अपने व्यवहार में बदलाव लाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज होती है अपने आप को समझाना और अपने आप से बात करना। अपने द्वारा किए गए प्रत्येक कार्य के परिणाम के बारे में सोचना और चीजों को महसूस करना बेहद जरूरी होता है। सच हमेशा हमारे सामने होता है और अच्छी चीज ही भी हमारे सामने होती हैं बस फर्क हमारी समझ का होता है कि हम उन्हें पहचान नहीं पाते। आपको परिस्थितियों को आंकना सीखना होगा की कौन सी परिस्थिति में क्या क्या निर्णय लिए जा सकते हैं और उनका परिणाम क्या होगा।
A. Your Control Is Your Power-
आपका self-control आप की वास्तविक शक्तियों को दर्शाता है। आपकी शारीरिक शक्ति उतनी महत्वपूर्ण नहीं होती जितनी महत्वपूर्ण आपकी मानसिक शक्ति होती है अर्थात आप कितना स्वयं पर नियंत्रण रख पाते हैं। देखा जाए तो बहुत सारे जानवर इंसान से शारीरिक बल में बहुत ज्यादा ताकतवर होते हैं परंतु उनके अंदर मस्तिष्क जैसी नियंत्रण इकाई नहीं होती है। इसी कारण से आज इंसान जानवरों से बेहतर परिवेश का निर्माण कर पाया है।
मस्तिष्क की शक्तियों के बारे में बात करें तो एक दिमाग करोड़ों लोगों को नियंत्रित कर सकता है,जबकि मैं आपको सिर्फ स्वयं पर नियंत्रण करने के बारे में बता रहा हूं। मुझे आपको यह समझाने की बहुत अधिक आवश्यकता नहीं है कि आपका दिमाग कितना ताकतवर है बल्कि मैं आपको यह एहसास दिलाना चाहता हूं कि आप बड़ी आसानी से स्वयं पर नियंत्रण स्थापित कर सकते हैं और विपरीत परिस्थितियों में चीजों से नियंत्रित होने की बजाय आप स्वयं निर्णय ले सकते हैं।
B. Importance Of Visionary Thinking –
एक दूरदर्शी सोच का सहारा लिया जाए तो आपको यह जानकर विचार करना चाहिए कि अगर आप एक खाने की छोटी सी वस्तु पर ही अपना नियंत्रण खो बैठते हैं,तो भविष्य में अगर कोई खतरनाक परिस्थिति या फिर अत्यंत प्रलोभनकारी वस्तु आपके सामने आ जाए तो आप बड़ी आसानी से उसके चंगुल में फंस जाएंगे और अपने आप का एक बड़ा नुकसान करवा लेंगे। आपका छोटी-छोटी बातों और चीजों पर नियंत्रण का को देना भविष्य में आपके लिए एक भारी समस्या का कारण बन सकता है।
C. Entry Of Addiction-
आप यह चीज अच्छे से जानते हैं चाहे वह अच्छी आदत हो या फिर बुरी आदत हो समय के साथ बिगड़ती जाती है और बढ़ती जाती है जब तक कि उस पर लगाम ना लगाई जाए। Self control का ना होना प्रदर्शित करता है कि आप किसी भी अच्छी या बुरी चीज की लत में फस सकते हो। अब चाहे बोलत किसी अच्छी चीज की हो या फिर वह किसी नुकसानदायक चीज की हमेशा जिंदगी में तकलीफ ही देती है। ऐसे ही कोई इंसान किसी addiction का शिकार होता है तो उसकी जिंदगी के सारे मकसद खत्म हो जाते हैं। ऐसा इंसान जिंदगी में मिलने वाली छोटी-छोटी खुशियों को दरकिनार करने लगता है और बस किसी एक चीज के पीछे भागने लगता है।
3. How to Control Yourself –
आइए जानते हैं कि ऐसी परिस्थितियां या फिर ऐसी वस्तुओं जिनसे हम अचानक से आकर्षित हो जाते हैं या उन पर रिएक्शन करने लगते हैं, ऐसे में स्वयं नियंत्रण कैसे रखें? आपको सबसे पहले अपनी मानसिक शक्ति का प्रयोग कर उस वस्तु से हटकर अपनी जिंदगी में मौजूद सभी चीजों के बारे में सोचना है। आपको सोचना है कि आपकी जिंदगी में जितने भी लोग या फिर वस्तु हैं वह कितनी महत्वपूर्ण है और जिस चीज के लिए हम आकर्षित हो रहे हैं उसका उन सभी पर क्या प्रभाव पड़ेगा। अगर आप किसी खाने के लिए आकर्षित हो रहे हैं तो उसके स्वास्थ्य पर प्रभाव के बारे में सोचना होगा और अगर किसी व्यक्ति के लिए आकर्षित हो रहे हैं तो उसके अपनी जिंदगी में प्रभाव के बारे में सोचना होगा।
A. Stop Chain Of Reactions –
ऐसी परिस्थितियों में आपको अपने कल को देखना होगा, अपनी आने वाली जिंदगी के हर एक क्षण को देखना होगा,यहां तक कि अपनी पूरी जिंदगी को भी देखना होगा। आपको अपनी सोच को दूरदर्शी बनाना होगा। आपने जो लक्ष्य निर्धारित किए हैं उनका जिंदगी में कितना महत्वपूर्ण रोल है यह भी आपको सोचना होगा। आपने अब तक जो भी जिम्मेदारियां ली है उस सभी जिम्मेदारियों को याद करना होगा। जब भी किसी वस्तु या व्यक्ति को देखकर हमारे अंदर एक Chain Of Reaction बनता है,उस से ध्यान भटका ना अति आवश्यक है।
B. Think About Results –
हमें जिंदगी में जब भी अक्सर किसी अच्छे कार्य को करने की शुरुआत करते हैं तो उसके परिणाम के बारे में सबसे पहले सोचते हैं। ठीक इसी प्रकार जब भी आप किसी वस्तु या व्यक्ति के प्रति आकर्षित होते हैं तो आपको उसके अंजाम के बारे में सोचना ही होगा। आपको सोचना होगा कि उसका आपके जिंदगी में क्या अच्छा प्रभाव पड़ेगा और क्या बुरा प्रभाव पड़ेगा। आपको यह जानने की कोशिश करनी होगी की अगर मैं अभी इस काम को करता हूं तो हो सकता है मुझे अभी थोड़ी खुशी मिले परंतु बाद में मुझे Guilt महसूस होगा।
केवल कुछ पल का फितूर आपकी जिंदगी में लंबे समय तक आपको परेशानी में डाल सकता है।
4. Conclusion –
मित्रों आपको समझ आ गया होगा कि संयम में रहने के लिए आपका आत्मविश्वास, आपके अंदर सही और गलत को समझने की क्षमता, एक दूरदर्शी सोच और खुद की इज्जत कितनी महत्वपूर्ण होती है। सही में रहने का सीधा सा मतलब होता है कि आपकी जिंदगी आपके नियंत्रण में है ना की किसी भारी व्यक्ति अथवा वस्तु के नियंत्रण में चाहे वह कितनी ही स्वादिष्ट हो अथवा वह व्यक्ति कितना ही आकर्षक हो।
धन्यवाद !
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